



देहरादून। उत्तराखंड में सील किए गए मदरसे तब तक दोबारा नहीं खुलेंगे, जब तक वे सभी निर्धारित मानकों का पूरी तरह पालन नहीं करते। यह स्पष्ट संदेश मदरसा बोर्ड के अध्यक्ष मुफ्ती शमून कासमी ने सरकार की ओर से पत्रकारों को दिया।
उन्होंने कहा कि जिन मदरसों को मानकों के उल्लंघन के चलते सील किया गया है, उनके विद्यार्थियों की शिक्षा बाधित न हो, इसके लिए जिलाधिकारियों और शिक्षा विभाग को निर्देश दिए गए हैं कि इन बच्चों को नजदीकी सरकारी या मान्यता प्राप्त स्कूलों में दाखिला दिलाया जाए।
मुफ्ती कासमी ने दो टूक कहा कि मदरसा शिक्षा व्यवस्था में सुधार सरकार की प्राथमिकता है और इस दिशा में किसी तरह की लापरवाही या समझौता बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।