



वक्फ संशोधन कानून को लेकर देशभर में सियासी पारा चढ़ा हुआ है। एक ओर जहां भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) इस कानून को लेकर आम जनता के बीच जनजागरण अभियान चला रही है, वहीं कांग्रेस ने इस कानून को लेकर न्यायालय का दरवाजा खटखटाया है।
प्रदेश में भाजपा 20 अप्रैल से 5 मई तक विशेष जनजागरण अभियान चला रही है, जिसके तहत पार्टी कार्यकर्ता घर-घर जाकर लोगों को वक्फ संशोधन कानून की विशेषताएं समझा रहे हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि यह कानून मुस्लिम समुदाय के गरीब वर्ग के हितों की रक्षा के लिए लाया गया है और इससे पारदर्शिता भी बढ़ेगी।
पुष्कर सिंह धामी मुख्यमंत्री-
“वक्फ बोर्ड में किए गए संशोधन मुस्लिम समाज और पूरे देश के हित में हैं। इससे गरीब मुसलमानों को उनका हक मिलेगा और वक्फ संपत्तियों का सही उपयोग सुनिश्चित होगा।”
दूसरी ओर कांग्रेस समेत कई विपक्षी दलों ने इस कानून का विरोध जताते हुए इसे अदालत में चुनौती दी है। इस पर भाजपा ने कांग्रेस की मंशा पर सवाल उठाए हैं कि अगर उन्हें कानून में खामियां नजर आ रही हैं तो वे लोगों के बीच जाकर अपनी बात क्यों नहीं रख रहे?
शादाब शम्स-वक्फ बोर्ड प्रदेश अध्यक्ष-
वक्फ बोर्ड के प्रदेश अध्यक्ष शादाब शम्स ने कांग्रेस पर दोहरा चरित्र अपनाने का आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस एक तरफ सॉफ्ट हिंदुत्व का दिखावा करती है और दूसरी तरफ मुस्लिम हितैषी होने का दावा करती है।
“कांग्रेस खुद कन्फ्यूज्ड है। विरोध करने वाले राजनीतिक मुसलमान हैं, आम मुसलमान नहीं। ये सिर्फ राजनीतिक रोटियां सेकने का प्रयास है।”
वक्फ संशोधन कानून पर मचा यह राजनीतिक घमासान आने वाले दिनों में और तेज हो सकता है। अब देखना होगा कि जनता किसके तर्कों पर विश्वास करती हैभाजपा के जनजागरण पर या कांग्रेस की कानूनी लड़ाई पर।