प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले हफ्ते से लगातार बढ़ रहे तापमान और लू की स्थिति से निपटने की तैयारियों को लेकर एक अहम बैठक की। ये उच्च स्तरीय बैठक पीएम मोदी की अध्यक्षता में हुई, जिसमें लू की स्थिति से निपटने की तैयारियों, आवश्यक दवाओं, आइस पैक, ओआरएस और पेयजल की उपलब्धता की समीक्षा की गई।
पीएम मोदी की अध्यक्षता वाली हाई लेवल बैठक को लेकर प्रधान मंत्री कार्यालय की ओर जारी एक बयान में कहा गया कि वर्ष 2024 में सामान्य से अधिक गर्मी पड़ने की संभावना है, ऐसे में स्वास्थ्य मंत्रालय और राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन की सलाह को क्षेत्रीय भाषाओं में अनुवाद के साथ प्रसारित करने को कहा गया है। इसके अलावा व्यापक स्तर पर गर्मी के प्रभाव से निपटने की तैयारियों की समीक्षा की गई।
बैठक में पीएम मोदी ने लोगों के बीच जागरूक करने के लिए टेलीविजन, रेडियो और सोशल मीडिया जैसे सभी प्लेटफार्मों के माध्यम से विशेष रूप से क्षेत्रीय भाषाओं में जागरूकता सामग्री के प्रसार का निर्देश दिया। हाईलेवल मीटिंग में इस बात चर्चा की गई कि आम चुनाव ऐसे वक्त में हो रहे हैं जब सामान्य से अधिक गर्मी पड़ने का पूर्वानुमान व्यक्त किया गया है। मीटिंग में कहा गया कि स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय तथा राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा जारी की गई सलाह का क्षेत्रीय भाषाओं में अनुवाद किया जाए।
बैठक में पीएम ने गर्मी के मौसम में जंगलों में लगने वाली आग का जल्दी पता लगाने और उसे बुझाने की आवश्यकता पर भी प्रकाश डाला। मीटिंग में उन्होंने कहा कि राज्य और जिला स्तर पर सरकार के सभी अंगों और विभिन्न मंत्रालयों को इस दिशा में तालमेल के साथ काम करने की जरूरत है। पीएम ने इसके अलावा अस्पतालों में पर्याप्त तैयारी के साथ-साथ जागरूकता पर भी जोर दिया।