



उत्तराखंड महिला कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष ज्योति रौतेला ने अपनी राजनीतिक धारा में धमाकेदार ताल ठोकी है। उन्होंने कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से मुलाकात की और लोकसभा टिकट के लिए उनसे ठोकी ताल। यह घटना उत्तराखंड की राजनीति में चरम परिवर्तन की ओर इशारा करती है।
ज्योति रौतेला को उत्तराखंड कांग्रेस की मजबूत नेत्री माना जाता है। उनका यह निर्णय लोकसभा चुनावों के दौरान बड़ी समयावधि में उत्तराखंड की राजनीतिक परिस्थितियों पर प्रभाव डाल सकता है।
खड़गे के साथ हुई मुलाकात के बाद, रौतेला ने अपनी राजनीतिक यात्रा को एक नया मोड़ दिया है। इससे पहले, वह केंद्रीय स्तर पर कांग्रेस में नामी थीं, लेकिन अब उन्होंने राज्य की राजनीति में भी अपनी उपस्थिति को मजबूत करने का निर्णय लिया है।
उत्तराखंड में महिलाओं की राजनीतिक भागीदारी अभी भी कम है, और इसमें ज्योति रौतेला का योगदान महत्वपूर्ण है। उनकी नेतृत्व में महिलाओं को राजनीतिक मंच पर बढ़ती हुई दिखाई दे रही है।
इस निर्णय के साथ, रौतेला ने उत्तराखंड की राजनीति में नई दिशा दिखाई है। उनकी यह कदमबद्धता कांग्रेस पार्टी के लिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह उन्हें राजनीतिक जनता के आदर्श बनाता है।
इस घटना से साफ होता है कि राजनीतिक पार्टियों के नेताओं को अपनी पार्टी के नेतृत्व में महिलाओं को भी सम्मिलित करने की जरूरत है। यह निर्णय उत्तराखंड की राजनीति में महिलाओं के समाज में उत्थान की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है।