स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने दून अस्पताल के डॉक्टरों को कई नसीहतें देते हुए कहा कि गरीब मरीजों को परेशान न किया जाए, उनकी हाय लगती है। स्वास्थ्य मंत्री ने गुरुवार को अस्पताल में विभागवार मरीजों और डॉक्टरों की समस्याओं को सुना और उनके समाधान के निर्देश दिए।
इस दौरान उन्होंने कहा कि गरीब मरीज कहीं सिफारिश नहीं करता, बस अच्छे इलाज की उम्मीद में ही सरकारी अस्पताल में आता है। इसलिए ऐसे मरीजों को परेशान न किया जाए, वरना उनकी हाय लगती है।
मंत्री ने साफ कहा कि जितने बड़े डॉक्टर हैं, वही अपना मोबाइल फोन बंद रखते हैं। वे जूनियर और इंटर्न को न फंसाएं, बल्कि खुद राउंड लगाएं।
उन्होंने फार्मेसी अफसरों से कहा कि विभिन्न वार्डों में दवाएं नहीं मिलतीं। दवाओं की आपूर्ति में देरी होती है और, तीमारदार को बाहर की महंगी दवाओं की पर्ची पकड़ा दी जाती है। सरकार गरीब मरीजों के लिए ही सुविधाएं दे रही है, पैसे की कोई कमी नहीं है।
उन्होंने दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल के प्राचार्य और एमएस को दवाओं का सिस्टम दुरुस्त करने के निर्देश दिए। डॉक्टरों को दून अस्पताल में उपलब्ध दवाएं या जनऔषधि से ही दवाएं लिखने को कहा।