



शासकीय आवास पर सपरिवार लोकपर्व फूलदेई मनाया। रंग-बिरंगे परिधानों में सजे बच्चों ने देहरी में फूल व चावल सजाकर पारंपरिक गीत “फूलदेई, फूलदेई, छम्मा देई, छम्मा देई, देली द्वार, भर भकार यो देली सौं, बारम्बार नमस्कार” गाते हुए त्योहार की शुरुआत की।
इस अवसर पर सभी बच्चों को आशीर्वाद देते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।