



दून विश्वविद्यालय में आयोजित तीन दिवसीय विज्ञान कार्यशाला का आज सफलतापूर्वक समापन हो गया। उत्तराखंड में इस तरह की यह पहली अनोखी वर्कशॉप रही, जिसमें थ्योरी और प्रैक्टिकल को एक साथ जोड़ा गया।
समापन सत्र के मुख्य वक्ता आईआईएस बैंगलुरू के प्रोफ़ेसर उदय मैत्रा ने बताया कि कार्यशाला के दौरान छात्रों को विज्ञान की जटिल थ्योरी को ऐक्सपैरिमेंट्स के ज़रिए समझाया गया, जिससे उनका विषय के प्रति दृष्टिकोण बदलेगा और शोध क्षमता में वृद्धि होगी।
“तीन दिनों तक हमने छात्रों को केवल पढ़ाया नहीं, बल्कि उन्हें करके दिखाया। एक्सपेरिमेंट के ज़रिए जब बच्चे थ्योरी को महसूस करते हैं, तो उनकी सोच में बदलाव आता है और वे भविष्य के लिए बेहतर तैयारी कर पाते हैं।