अयोध्या में रामपथ के घटिया निर्माण पर बड़ी कार्रवाई हुई है। जनता के बीच सरकार की छवि धूमिल होने पर यूपी सरकार ने इसे गंभीरता से लिया है। इस मामले में शुक्रवार को अधिशासी अभियंता निर्माण खंड-तीन अयोध्या ध्रुव अग्रवाल, सहायक अभियंता अनुज देशवाल तथा अवर अभियंता प्रभात पांडेय को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है।
प्रमुख सचिव पीडब्ल्यूडी अजय चौहान ने तीनों के निलंबन की पुष्टि की है। उन्होंने बताया है कि मुख्य अभियंता मध्य क्षेत्र को इस मामले में जांच अधिकारी बनाया गया है। अधीक्षण अभियंता अयोध्या को जांच रिपोर्ट प्रस्तुतकर्ता अधिकारी नामित किया गया है।
22 जून से 25 जून तक अयोध्या में हुई अतिवृष्टि (तेज बारिश) के कारण इस मार्ग की चैनेज 3.00 से 3.800 के बीच मार्ग पर कराए गए निर्माण कार्य की सतह उखड़ गई। हाल में ही बनाए गए इस मार्ग के इतने कम समय में क्षतिग्रस्त हो जाने से सरकार के प्रति जनता के बीच खराब संदेश गया
निलंबन में माना गया है कि शासन की शीर्ष प्राथमिकता वाले कार्यों में लापरवाही और उदासीनता बरतने के कारण यह बड़ी क्षति हुई है। शासन की छवि धूमिल करने के लिहाज से इसे गभीर अनियितता माना गया है। निलंबित अधिशासी अभियंता को निलंबन अवधि में मुख्य अभियंता अयोध्या क्षेत्र से संबद्ध किया गया है।