



नई दिल्ली – पुलवामा हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ कड़ा रुख अपनाते हुए अटारी-वाघा बॉर्डर को तत्काल प्रभाव से बंद कर दिया है। इसके साथ ही, क्षेत्रीय सहयोग को बढ़ावा देने वाली SAARC वीजा छूट योजना को भी रद्द कर दिया गया है। यह फैसला सुरक्षा मामलों की कैबिनेट कमेटी (CCS) की आपात बैठक के बाद लिया गया।
भारत के इस निर्णय से दोनों देशों के बीच चल रहा व्यापार और यात्रियों की आवाजाही रुक जाएगी। अटारी लैंड पोर्ट, जो अब तक भारत-पाक व्यापार का मुख्य माध्यम था, वर्ष 2023-24 में 3,886.53 करोड़ रुपये के व्यापार का गवाह रहा। अब इसका बंद होना पाकिस्तान के लिए बड़ा आर्थिक झटका साबित हो सकता है।
SVES योजना के रद्द होने से पाकिस्तानी सांसदों, अधिकारियों और राजनयिकों को बिना वीजा भारत आने की अनुमति समाप्त हो गई है। भारत में मौजूद सभी पाकिस्तानी नागरिकों को 48 घंटे के भीतर देश छोड़ने का निर्देश जारी कर दिया गया है।
सरकार का मानना है कि इन कदमों से पाकिस्तान पर दबाव बनेगा और वह आतंकवाद को समर्थन देना बंद करने के लिए मजबूर होगा। भारत ने साफ कर दिया है कि अब राष्ट्रीय सुरक्षा से समझौता नहीं होगा, चाहे इसके लिए किसी भी प्रकार की कूटनीतिक या व्यापारिक कीमत क्यों न चुकानी पड़े।