



देहरादून नगर निगम के विकास कार्य एक बार फिर ठप पड़ सकते हैं, क्योंकि निगम द्वारा पूर्व में कराए गए कार्यों का भुगतान अब तक ठेकेदारों को नहीं मिल पाया है। इससे नगर निगम के रजिस्टर्ड ठेकेदारों में भारी आक्रोश है। ठेकेदारों का कहना है कि उन्होंने सड़कों, नालियों, पेचवर्क और पुस्तों के निर्माण जैसे महत्वपूर्ण कार्य समय पर पूरे किए, लेकिन महीनों से उनकी भुगतान फाइलें निगम के अकाउंट विभाग में लंबित हैं।
कॉन्ट्रेक्टर एसोसिएशन नगर निगम के अध्यक्ष मुकेश शर्मा का कहना है कि जब टेंडर के लिए आवेदन करने की बात आती है तो राशि जमा करने के लिए उनके पास संसाधन नहीं बचते। उनका यह भी आरोप है कि अकाउंट विभाग ट्रेजरी में बजट न होने का बहाना बनाकर भुगतान टालता जा रहा है।
गौरतलब है कि निगम के 100 वार्डों में नए जनप्रतिनिधियों ने विकास कार्यों के प्रस्ताव भेजे हैं, जिन पर 15 मई के आसपास टेंडर प्रक्रिया शुरू होनी है। लेकिन ठेकेदारों का कहना है कि जब तक उनके पूर्व भुगतान नहीं किए जाते, वे नए टेंडरों में भाग नहीं लेंगे।
अध्यक्ष मुकेश शर्मा ने चेतावनी दी है कि यदि शीघ्र भुगतान नहीं किया गया, तो ठेकेदार निगम द्वारा प्रस्तावित नए टेंडरों का बहिष्कार करेंगे, जिससे नगर निगम की विकास योजनाओं पर असर पड़ना तय है।