पूर्व संगठन महामंत्री के बाद अब भाजपा संगठन महामंत्री अजय कुमार को बनाया जा रहा टारगेट, गुटबाजी, या किया जा रहा है षड्यंत्र

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पूर्व संगठन महामंत्री के बाद अब भाजपा संगठन महामंत्री अजय कुमार को बनाया जा रहा टारगेट, गुटबाजी, या किया जा रहा है षड्यंत्र –

उत्तराखंड बीजेपी में प्रदेश महामंत्री संगठन लगातार सॉफ्ट टारगेट बन कर रह गए हैं पहले पूर्व महामंत्री संगठन संजय कुमार को लेकर राज्य में खूब राजनीति हुई तरह तरह के आरोप भी लगे और अब अजय कुमार को लेकर आरोप प्रत्यारोप सामने रहे है। कांग्रेस के नेता जहां इसे भाजपा के भीतर की गुटबाजी बता रहे हैं कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता गरिमा दसोनी ने कहा कि बीजेपी में गुटबाजी का बड़ा जमावड़ा लगा हुआ है हर नेता एक दूसरे की खिलाफत करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहा है जिससे भाजपा की हकीकत भी सबके सामने आ गई है।

उन्होंने कहा है कि भाजपा के लोग खुद अपने संगठन महामंत्री की छवि को खराब कर रहे है। और एक दूसरे की राजनीति का शिकार हो रहे है ऐसे भाजपा संगठन महामंत्री को अपने इर्दगिर्द घूमने वालो से ही सावधान रहने की जरूरत है वहीं भाजपा के प्रदेश मीडिया इंचार्ज मनवीर चौहान ने कहा कि भाजपा में प्रदेश महामंत्री संगठन महत्वपूर्ण पद माना जाता है जो सरकार और संगठन के बीच तालमेल बैठा कर सरकार की योजनाओ के जरिए संगठन को मजबूत करने का काम करता है।

ऐसे में जो लोग षडयंत्र कर रहे है वह बीजेपी विचारधारा के नही हो सकते। इस पूरे प्रकरण से यही सामने आता है कि भाजपा संग़ठन महामंत्री को पूरे प्रकरण में बदनाम किया जा रहा है । जिससे उनकी संगठनात्मक छवि को धूमिल किया जा सके, सूत्रों की माने तो भाजपा संगठन महामंत्री अजय कुमार पूर्व में आरएसएस प्रचारक बिजनौर में बड़ी भूमिका निभा चुके है जिसमे उन्होंने कार्यकर्ताओ का विशाल वृक्ष खड़ा किया है । आरएसएस कार्यकर्ताओ के मुताबिक कुशल रणनीति और नेतृत्व के चलते उनको भाजपा संगठन पश्चिम उत्तर प्रदेश की जिम्मेदारी दी गयी थी,जिसके बाद उनके कुशल कार्यशैली को देखते हुए भाजपा आलाकमान ने उनको उत्तराखंड भाजपा संगठन की जिम्मेदारी सौंपी है ।

ऐसे में उत्तराखंड प्रदेश के अंदर अजय कुमार ने भाजपा संगठन में जान फूंकने का कार्य किया है । जिसमे अजय कुमार ने उत्तराखंड में कार्यकर्ताओं के बल पर विधानसभा चुनाव में विजयी पताका लहराकर अपनी कुशल कार्यशैली का परिचय दिया था। ऐसे में साफ समझा जा सकता है कि अजय कुमार की कुशल रणनीति विरोधियों के गले नही उतर रही है ।

 

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