



विकासनगर क्षेत्र के हरबर्टपुर में उस वक्त हड़कंप मच गया जब एक दूध डेयरी पर खुद को खाद्य सुरक्षा अधिकारी बताकर तीन लोग छापेमारी करने पहुंचे। छापेमारी की आड़ में इन लोगों ने डेयरी संचालक से पैसे की मांग की। लेकिन डेयरी संचालक को कुछ संदेह हुआ और जब उसने असली खाद्य सुरक्षा अधिकारी से संपर्क किया, तो पूरा फर्जीवाड़ा सामने आ गया।
घटना हरबर्टपुर की है, जहां दूध डेयरी संचालक मनोज कुमार के पास तीन लोग पहुंचे। खुद को खाद्य सुरक्षा अधिकारी बताकर इन्होंने फर्जी छापेमारी की और डेयरी में खामियां निकालकर ₹20,000 की मांग की। लेकिन डेयरी संचालक मनोज कुमार को उनकी गतिविधियों पर शक हुआ और उन्होंने तत्काल असली खाद्य सुरक्षा अधिकारी से संपर्क किया।
सूचना मिलते ही क्षेत्रीय खाद्य सुरक्षा अधिकारी संजय तिवारी और जिला खाद्य सुरक्षा अधिकारी मनीष सियाणा हरकत में आए। असली टीम के पहुंचते ही तीनों फर्जी अधिकारी धर लिए गए और पुलिस के हवाले कर दिए गए। पूछताछ में सामने आया कि तीनों आरोपी हिमाचल प्रदेश के पोंटा साहिब के रहने वाले हैं।
जिला खाद्य सुरक्षा अधिकारी मनीष सियाणा ने बताया कि चारधाम यात्रा के दौरान चल रहे नियमित चेकिंग अभियान के बीच ही यह फर्जी टीम सक्रिय हुई थी। बीते दो दिनों से ये लोग विभिन्न दुकानदारों और व्यवसायियों को धमका कर अवैध उगाही कर रहे थे।
फिलहाल तीनों आरोपियों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है और आगे की कार्रवाई की जा रही है। क्षेत्र के दुकानदारों और स्थानीय फूड इंस्पेक्टर ने भी आरोपियों के खिलाफ तहरीर सौंपी है।
यह घटना न सिर्फ क्षेत्रीय व्यवसायियों के लिए एक चेतावनी है, बल्कि प्रशासन के लिए भी एक अलर्ट है कि कैसे फर्जी अधिकारी बनकर लोग सिस्टम का दुरुपयोग कर रहे हैं। प्रशासन ने अब इस तरह की घटनाओं से निपटने के लिए सतर्कता बढ़ाने की बात कही है।