



विश्व मधुमक्खी दिवस के अवसर पर आज राजभवन देहरादून में एक भव्य और विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (से.नि.) गुरमीत सिंह ने स्वयं प्रतिभाग किया और उत्तराखंड के विभिन्न जिलों से आए प्रगति-शील मौन पालकों को सम्मानित कर उनका उत्साहवर्धन किया।
कार्यक्रम में बागेश्वर, पिथौरागढ़, अल्मोड़ा, देहरादून, हरिद्वार और नैनीताल से आए मौन पालकों ने अपने शहद उत्पादों की प्रदर्शनी लगाई और मौन पालन से जुड़े अपने अनुभव व नवाचार साझा किए। साथ ही, गोविंद बल्लभ पंत कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों को उनके शोध और योगदान के लिए सम्मानित किया गया।
राज्यपाल ने प्रदर्शनी का अवलोकन करते हुए कहा कि “उत्तराखंड को मौन पालन के लिए प्रकृति से विशेष आशीर्वाद मिला है, जिसे सही दिशा में आगे ले जाना हम सभी की जिम्मेदारी है। ‘लोकल से ग्लोबल’ तक शहद को पहुंचाना हमारा अगला लक्ष्य होना चाहिए।”
यह कार्यक्रम उत्तराखंड में मौन पालन को बढ़ावा देने, स्थानीय उत्पादों के वैश्विकरण और कृषि आधारित नवाचारों के प्रचार-प्रसार के लिए एक महत्वपूर्ण पहल माना जा रहा है।