



देहरादून। उत्तराखंड में पहाड़ और मैदान के मुद्दे पर बढ़ती बहस के बीच पत्रकार विक्रम श्रीवास्तव ने 2 मार्च 2025 को सद्भावना रैली का आह्वान किया है। यह रैली उत्तराखंड की एकता और सद्भावना को मजबूत करने के उद्देश्य से परेड ग्राउंड से घंटाघर तक निकाली जाएगी।
इस रैली का उद्देश्य उन लोगों के खिलाफ संदेश देना है, जो उत्तराखंड को पहाड़ी और मैदानी विवादों में बांटने की कोशिश कर रहे हैं।
“ना पहाड़ी, ना मैदानी – सिर्फ उत्तराखंड की बात करो”
रैली का नारा “ना पहाड़ी, ना मैदानी, सिर्फ उत्तराखंड की बात करो, ना फैलाओ नफरत, सिर्फ मुस्कुराने की बात करो” दिया गया है, जो प्रदेश में सद्भावना और भाईचारे का संदेश देता है।
क्या है रैली का उद्देश्य?
उत्तराखंड को भूगोल के नाम पर बांटने की राजनीति के खिलाफ आवाज उठाना।
राज्य की सांझी विरासत, संस्कृति और एकता को बनाए रखना।
सामाजिक सौहार्द्र और भाईचारे को मजबूत करना।
उत्तराखंड के विकास और आम जनता के मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करना।
सामाजिक संगठनों का समर्थन
इस रैली को कई सामाजिक संगठनों और बुद्धिजीवियों का समर्थन मिल रहा है। आयोजकों का कहना है कि उत्तराखंड की असली पहचान इसकी एकता में है, न कि विभाजन में।
रैली में युवा, समाजसेवी, बुद्धिजीवी और आम नागरिकों के शामिल होने की उम्मीद है। आयोजकों ने सभी उत्तराखंडवासियों से इसमें भाग लेने की अपील की है।
अब देखना होगा कि यह रैली उत्तराखंड की एकता के लिए कितनी प्रभावी साबित होती है।