



राज्य सरकार ने कुंभ 2027 की तैयारियों को लेकर कमर कस ली है। इसी कड़ी में मुख्य सचिव आनन्द बर्द्धन की अध्यक्षता में सचिवालय में उच्चस्तरीय बैठक आयोजित की गई, जिसमें सभी संबंधित विभागों को दिशा-निर्देश दिए गए।
मुख्य सचिव ने स्पष्ट कहा कि एक सप्ताह के भीतर सभी कार्यदायी विभागों द्वारा नोडल अधिकारियों की नियुक्ति कर दी जाए और आवश्यक पद सृजन की प्रक्रिया भी पूरी कर ली जाए। उन्होंने सभी प्रस्तावों और आंकलनों को 30 अप्रैल तक भारत सरकार को भेजने के निर्देश भी दिए।
शाही स्नान और ट्रैफिक प्रबंधन पर विशेष फोकस
मुख्य पर्वों के दौरान श्रद्धालुओं की संख्या में संभावित बढ़ोत्तरी को ध्यान में रखते हुए, क्राउड और ट्रैफिक मैनेजमेंट की विस्तृत योजना तैयार करने को कहा गया है। उन्होंने भविष्य की कनेक्टिविटी को देखते हुए नए पार्किंग स्थल चिन्हित करने और पुराने स्थलों की क्षमता बढ़ाने के निर्देश भी दिए।
हरिद्वार को मिलेगा नया सांस्कृतिक केंद्र
मुख्य सचिव ने हरिद्वार क्षेत्र में ऑडिटोरियम और सांस्कृतिक केंद्र विकसित करने की बात कही, ताकि कांवड़ यात्रा और कुंभ जैसे आयोजनों में सांस्कृतिक छवि भी उभर सके। उन्होंने अधिकारियों को स्थलीय निरीक्षण कर कार्य योजनाएं तैयार करने को कहा।
बैठक में प्रमुख सचिव आर.के. सुधांशु, आर. मीनाक्षी सुंदरम, सचिव नीतेश झा, राधिका झा, डॉ. पंकज कुमार पाण्डेय, विनय शंकर पाण्डेय, जिलाधिकारी हरिद्वार कर्मेंद्र सिंह, जिलाधिकारी पौड़ी आशीष चौहान, जिलाधिकारी टिहरी सहित कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।