देहरादून से एक गंभीर और संवेदनशील मामला सामने आया है। त्रिपुरा निवासी युवक एंजेल चकमा की इलाज के दौरान मौत हो गई है। एंजेल चकमा पर 9 दिसंबर को नशे में धुत कुछ युवकों द्वारा जानलेवा हमला किया गया था, जिसके बाद से उसका उपचार लगातार जारी था।
जानकारी के अनुसार, 9 दिसंबर को एंजेल चकमा और उसका भाई माइक माइकल चकमा देहरादून में मौजूद थे। इसी दौरान नशे की हालत में कुछ युवकों ने दोनों पर नस्लीय टिप्पणी की। जब एंजेल और उसके भाई ने इसका विरोध किया, तो आरोपियों ने धारदार हथियार से उन पर हमला कर दिया।
हमले में एंजेल चकमा गंभीर रूप से घायल हो गया था, जबकि उसके भाई को भी चोटें आई थीं। घटना के बाद एंजेल को अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां बीते दिन गंभीर चोटों के चलते उसकी मौत हो गई।
इस मामले में पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए 14 दिसंबर को पांच आरोपी युवकों को गिरफ्तार कर लिया था। हालांकि, घटना में शामिल एक आरोपी अभी भी फरार चल रहा है। पुलिस जांच में सामने आया है कि फरार आरोपी नेपाल भाग गया है, जिसकी तलाश में पुलिस की एक टीम नेपाल भेजी गई है।
पुलिस पूरे मामले की गहन जांच कर रही है और फरार आरोपी की गिरफ्तारी के प्रयास तेज कर दिए गए हैं। घटना के बाद से क्षेत्र में आक्रोश का माहौल है, वहीं पुलिस ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है।
यह मामला न केवल कानून-व्यवस्था, बल्कि समाज में बढ़ती असहिष्णुता और नस्लीय हिंसा पर भी गंभीर सवाल खड़े करता है।










