



उत्तराखंड के चमोली जिले में बद्रीनाथ धाम के पास माणा में हुए भीषण हिमस्खलन में फंसे 55 श्रमिकों में से 4 की दुखद मृत्यु हो गई है। इस घटना पर प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने गहरा शोक व्यक्त किया है और रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटे सेना, एयरफोर्स और एनडीआरएफ के जवानों की सराहना की है।
मौसम विभाग की चेतावनी को क्यों किया नजरअंदाज?
धस्माना ने मौसम विभाग द्वारा 25 फरवरी को जारी चेतावनी के बावजूद श्रमिकों को सुरक्षित स्थान पर स्थानांतरित न करने को गंभीर लापरवाही करार दिया। उन्होंने केंद्र और राज्य सरकार से जिम्मेदार अधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की।
प्रशासन से लगातार संपर्क में कांग्रेस नेता
धस्माना ने बताया कि उन्होंने चमोली के जिलाधिकारी संदीप तिवारी से संपर्क कर स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने सवाल उठाया कि यदि पूरे सप्ताह के मौसम का पूर्वानुमान पहले से मौजूद था, तो सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम क्यों नहीं किए गए?
सरकार से की जवाबदेही तय करने की मांग
कांग्रेस नेता ने कहा कि इस घटना में जो भी अधिकारी या विभाग दोषी हैं, उनकी जवाबदेही तय की जानी चाहिए, ताकि भविष्य में ऐसी त्रासदी दोबारा न हो।