डेंगू के संभावित खतरे को लेकर स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड में, सीएमओ ने जारी किए सख्त निर्देश

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जनपद में डेंगू संक्रमण के संभावित खतरे को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह एक्टिव मोड में आ गया है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. मनोज कुमार शर्मा ने बुधवार को जिले के समस्त विद्यालयों, चिकित्सालयों, रक्तकोष संचालकों और लैबों को आवश्यक दिशा निर्देश जारी किए हैं।

इससे पहले मंगलवार को सीएमओ ने चिकित्सा अधिकारियों की बैठक में मौखिक निर्देश भी दिए थे। अब इन निर्देशों को लिखित रूप में जारी किया गया है।

डेंगू टेस्ट की दरें निर्धारित:
सीएमओ ने स्पष्ट किया कि सभी लैब और हॉस्पिटल डेंगू जांच के रेट तय करें और उन्हें सार्वजनिक रूप से प्रदर्शित करें। तय दरें इस प्रकार हैं:

डेंगू एलाइजा टेस्ट (NABL लैब): ₹1100

डेंगू एलाइजा टेस्ट (non-NABL लैब): ₹1000

डेंगू रैपिड टेस्ट (NS1): ₹500

डेंगू कॉम्बो टेस्ट (NS1+IgG+IgM): ₹800


रक्त कोष संचालकों को निर्देश:
सभी ब्लड बैंक नियमित रक्तदान शिविर आयोजित करें और शिविरों की जानकारी सीएमओ कार्यालय को दें। साथ ही, E-रक्तकोष पोर्टल पर स्टॉक और डोनर डेटा अपडेट रखें।

चिकित्सालयों में आइसोलेशन वार्ड अनिवार्य:
जनपद के सभी अस्पतालों और मेडिकल कॉलेजों में डेंगू आइसोलेशन वार्ड तैयार रखने के आदेश हैं। मच्छरदानी और डेंगू लक्षणों की सूचना प्रतिदिन आईडीएसपी को दी जानी अनिवार्य है।

घर-घर सर्वेक्षण और जागरूकता अभियान:
ब्लॉक इकाइयों को माइक्रोप्लान के तहत घर-घर सर्वे और आशा कार्यकर्ताओं के माध्यम से जागरूकता फैलाने के निर्देश दिए गए हैं।

विद्यालयों के लिए दिशा निर्देश:
शिक्षकों को निर्देश दिए गए हैं कि वे बच्चों को निम्न बातों के प्रति जागरूक करें:

पूरी आस्तीन और फुल पैंट पहनकर स्कूल आएं।

घर और आसपास पानी न जमा होने दें।

सभी पानी के बर्तनों को ढक कर रखें।

गमलों, गुलदस्तों, कूलर का पानी सप्ताह में एक बार पूरी तरह खाली करें।

मच्छरदानी और शरीर ढकने वाले कपड़े पहनें।

तेज़ बुखार या डेंगू जैसे लक्षण होने पर तुरंत चिकित्सकीय परामर्श लें।


सीएमओ ने कहा कि जनमानस के सहयोग से ही डेंगू पर प्रभावी नियंत्रण संभव है।

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