



उत्तराखंड में सर्वप्रथम समान नागरिक संहिता लागू करने पर इन्वर्टिस यूनिवर्सिटी, बरेली में आयोजित सम्मान समारोह में सीएम धामी सम्मिलित हुये।
उन्होंने कहाँ यह सम्मान उत्तराखंड की सवा करोड़ जनता का है, जिन्होंने 2022 में पुनः हम पर विश्वास जताया और हमें न्याय, समानता और सशक्तिकरण की दिशा में ऐतिहासिक फैसले लेने का अवसर दिया। समान नागरिक संहिता कोई साधारण कानून नहीं है। यह न्याय और समानता की आधारशिला है और लाखों माताओं-बहनों की सुरक्षा का कवच है, जो दशकों से समान अधिकारों की प्रतीक्षा कर रही थीं।
आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के कुशल नेतृत्व में हमारी सरकार ने यह पहल कर सशक्त भारत के निर्माण में एक नई शुरुआत की है। यह सिर्फ कानून नहीं, बल्कि न्यायपूर्ण समाज की परिकल्पना को साकार करने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम है।