राजधानी की बिगड़ती यातायात व्यवस्था को लेकर ADG कानून-व्यवस्था की अध्यक्षता में आज बड़ी समीक्षा बैठक आयोजित की गई, जिसमें ट्रैफिक प्रबंधन से लेकर फोर्स की उपलब्धता तक कई महत्वपूर्ण बिंदुओं पर विस्तृत प्रस्तुति दी गई।
बैठक में यह तथ्य सामने आया कि देहरादून में फोर्स की भारी कमी है। वर्ष 2017 में जहां 411 ट्रैफिक कर्मी उपलब्ध थे, वहीं वर्तमान में यह संख्या घटकर केवल 269 रह गई है, जबकि शहर में वाहन संख्या लगातार बढ़ रही है।
ट्रैफिक दबाव के मुख्य कारण:
शहर में 12 लाख से अधिक रजिस्टर्ड वाहन
20 प्रमुख बॉटल-नेक्स पॉइंट, जहां ट्रैफिक जाम सबसे ज्यादा
ट्रैफिक पुलिस ने बताया कि इस वर्ष ड्रंक एंड ड्राइव, ओवरस्पीडिंग, और अन्य उल्लंघनों में तीन गुना तक अधिक कार्रवाई की गई है, जिसके चलते सड़क दुर्घटनाओं में 18% की कमी दर्ज की गई है।
ADG के मुख्य निर्देश:
स्पेशल फ्लाइंग स्क्वॉड का गठन
रात में रैंडम चेकिंग बढ़ाई जाए
बेसमेंट पार्किंग खाली कराने पर सख्ती
नो-वेंडिंग ज़ोन में सख्त कार्रवाई
रैलियों व जुलूसों की रियल टाइम अपडेट जनता तक पहुँचाई जाए
विभागीय निर्माण कार्य केवल रात में किए जाएँ ताकि दिन में ट्रैफिक बाधित न हो
देहरादून की ट्रैफिक स्थिति सुधारने के लिए पुलिस अब बड़े स्तर की कार्रवाई की तैयारी में है। आने वाले दिनों में शहरवासियों को सड़कों पर कुछ बड़े बदलाव देखने को मिल सकते हैं।










